My Love BITE By Niketan Toshan
My Love BEAT
By
Niketan Toshan
(पार्ट 1)
=============================
सेप्टेंबर का महीना याने बारिश की बाद वाली हरियाली का त्योहार है, जहां देखो वह हरयाली रहती, मैं अमरावती महाराष्ट्र का रहेने वाला, यहा काफी खेत जंगल है।
मैं अजय २४ साल का , जॉब कर रहा हु। पर पता नही फिर भी एक कमी सी रहे गई लाइफ मैं, रोज घर से आफिस अपने बाइक पर जाना आना चलते रहता था। कुछ नया नही बस वो ही बोरिंग लाइफ।
एक दिन मेरी बाइक खराब हो गई, मुझे न चाहते बस से जाना पड़ा, ख़ुद की बाइक रहने के बाद बस से जाना याने टेन्शन भरा ही काम लगता। सुबहा के १० बज गए थे, मेरे घर के सामने से ही बस जाती थी, पर आज जाना पड़ा।
मेरे घर मॉम, डैड,भाई और मैं बस हम चार।
मैं भाई को बोला था कि मुझे ड्राप कर दे पर वो नही बोला, न वो अपनी बाइक दिया, बड़े भाई होते ही ऐसे है।
मैं टिफिन लेके के bustop पर खड़ा हो गया। ब्लू शर्ट और ब्लैक जीन्स पेहेन,10 बजे बस थी धीरे धीरे भीड़ बढ़ने लगी, वैसे वैसे मेरा टेंशन बढ़ता गया, तभी एक दुबला पतला लड़का मेरे तरफ देख हस, गोरा सा पतला, रेड टीशर्ट और ब्लू जीन्स पेहेन, मैं उसको देख इगनोर किया मुझे लगा गलती से कोई और समझ रहा होगा मुझे।
बस आ गई सब लोग चढ़ाने लगे तभी वो लड़का मेरे पीछे खड़ा हो गया, बस मैं दब गया मैं ओर बस चालू हो गई, ऐसा लग रहा था कोई सजा पा रहा हु आ क्यों गाड़ी खराब हो गई।
सोच लिया कल छुट्टी मार गाड़ी ठीक कर लूंगा, 2-3 स्टॉप के बाद बस खाली होने लगी और वो लड़का मेरे पास आया, पर फिर एक स्टॉप मैं भर गई। हम सब एक दूसरे को दब कर खड़े हो गए।
तभी मुझे लगा कि कोई मेरे जीन्स पर हाथ घुमा रहा।
मुझे अच्छा लगने लगा, पर भीड़ ऐसे थी कि समझ नही आया, तभी वो लड़का मेरे तरफ देख हसा, मैं समझ गया कि यही है पर मैं डर गया कही कोई प्रॉब्लम न हो।
मेरा स्टॉप आ गया मैं उतर गया बस के, वो खिड़की से मुझे देखा और हस दिया, मैं जान बूझ कर उसको ग़ुस्से से देखा, पर दिमाग को अच्छा लगने लगा।
मैं दिन भर थोड़ा परेशान रहा क्यों कि सालो पहले मेरे घर के बाजू वाले अंकल मुझे पकड़ के किस किये थे, तब मैं 6-7 साल का था। पर पता नही तब से मुझे लड़के अच्छे लगने लगे।
मैं यह बात किसी को नही बताया क्यों कि मैं नही चाहता था मेरे घर वाले मेरे से शर्मिंदगी महसूस करे।
मेरा भाई थोड़ा डेंजर है, 30 साल का है वो पर डॉन टाइप है।
उसकी गुंडागर्दी और सोशल वर्क दोनो भी ज्यादा चर्चा मैं थे, पर मैं उससे उलट था, न गुंडागर्दी मैं ना सोशल वर्क मैं इवन मेरे फसेबूक अकॉउंट मैं ही 50 फ्रेंड्स है।
मेरे पापा मेरे भाई पर बोहोत प्राउड फील करते है, मुझ पर करते कि नही पता नही।
आफिस मैं बैठे मैं सोच लिया कि चलो उससे ही कोई सॉल्यूशन mangte।
वो ही बस वाला लड़का।
मैं इतना excited हुआ कि ऑफिस से ४ बजे ही निकल गया और बस से घर जाकर गाड़ी ठीक करली।
और दूसरे दिन गाड़ी लेके बस स्टॉप पर उससे लड़के को ढूंढ रहा था।
पर वो दिखा नही, 10 के 10.30 हो गए, 2 3 बस निकल गई।
मेरा टाइम भी हो गया फिर भी वो आया नही।
मैं थोड़ा उदास हो गया और ऑफिस चला गया।
२-३ दिन हो गए, फिर मैं ही इंटरनेट पर सर्च करने लगा कि आजू बाजू मैं कोन गे है कैसा पता करना?
पर सोचा अगर कोई हिस्ट्री देख लेगा बोहोत प्रॉब्लम हो जायेगी।
फिर मैं ३-४ दिन तक गया नही बस स्टॉप पर, पर 1 सेप्टेंबर को मैं गया लास्ट टाइम समझ और वो खड़ा था , मैं इतना खुश होक उसको देखा पर वो कोई रिएक्शन नही दिया।
मैं डर गया कही ग़लत लड़केको देख तोह नही हसा मैं।
मैं बाइक को cick मारने लगा वह से निकलने के लिए पर चालू नही हुई और वो मेरे पास आके बोला।
“क्या हुआ?”
मैं डर गया।
मी- कुछ नहीं।
वो- हास् क्यू रहा था?
मेरी फट्टा के हाथ मे आ गई, मैं थोड़ा हडबडा के बोल
“मुझे लगा मेरा ओल्ड frnd है”
और मेरी बाइक चालू होते मैं निकल पड़ा वह से।
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जब अपन अपने लाइफ मैं कुछ नई टर्न लेते आते हजारो सवाल दिल मे आते।
डर और डर, बस ।
To be contiude...
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Niketan Toshan
(पार्ट 1)
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सेप्टेंबर का महीना याने बारिश की बाद वाली हरियाली का त्योहार है, जहां देखो वह हरयाली रहती, मैं अमरावती महाराष्ट्र का रहेने वाला, यहा काफी खेत जंगल है।
मैं अजय २४ साल का , जॉब कर रहा हु। पर पता नही फिर भी एक कमी सी रहे गई लाइफ मैं, रोज घर से आफिस अपने बाइक पर जाना आना चलते रहता था। कुछ नया नही बस वो ही बोरिंग लाइफ।
एक दिन मेरी बाइक खराब हो गई, मुझे न चाहते बस से जाना पड़ा, ख़ुद की बाइक रहने के बाद बस से जाना याने टेन्शन भरा ही काम लगता। सुबहा के १० बज गए थे, मेरे घर के सामने से ही बस जाती थी, पर आज जाना पड़ा।
मेरे घर मॉम, डैड,भाई और मैं बस हम चार।
मैं भाई को बोला था कि मुझे ड्राप कर दे पर वो नही बोला, न वो अपनी बाइक दिया, बड़े भाई होते ही ऐसे है।
मैं टिफिन लेके के bustop पर खड़ा हो गया। ब्लू शर्ट और ब्लैक जीन्स पेहेन,10 बजे बस थी धीरे धीरे भीड़ बढ़ने लगी, वैसे वैसे मेरा टेंशन बढ़ता गया, तभी एक दुबला पतला लड़का मेरे तरफ देख हस, गोरा सा पतला, रेड टीशर्ट और ब्लू जीन्स पेहेन, मैं उसको देख इगनोर किया मुझे लगा गलती से कोई और समझ रहा होगा मुझे।
बस आ गई सब लोग चढ़ाने लगे तभी वो लड़का मेरे पीछे खड़ा हो गया, बस मैं दब गया मैं ओर बस चालू हो गई, ऐसा लग रहा था कोई सजा पा रहा हु आ क्यों गाड़ी खराब हो गई।
सोच लिया कल छुट्टी मार गाड़ी ठीक कर लूंगा, 2-3 स्टॉप के बाद बस खाली होने लगी और वो लड़का मेरे पास आया, पर फिर एक स्टॉप मैं भर गई। हम सब एक दूसरे को दब कर खड़े हो गए।
तभी मुझे लगा कि कोई मेरे जीन्स पर हाथ घुमा रहा।
मुझे अच्छा लगने लगा, पर भीड़ ऐसे थी कि समझ नही आया, तभी वो लड़का मेरे तरफ देख हसा, मैं समझ गया कि यही है पर मैं डर गया कही कोई प्रॉब्लम न हो।
मेरा स्टॉप आ गया मैं उतर गया बस के, वो खिड़की से मुझे देखा और हस दिया, मैं जान बूझ कर उसको ग़ुस्से से देखा, पर दिमाग को अच्छा लगने लगा।
मैं दिन भर थोड़ा परेशान रहा क्यों कि सालो पहले मेरे घर के बाजू वाले अंकल मुझे पकड़ के किस किये थे, तब मैं 6-7 साल का था। पर पता नही तब से मुझे लड़के अच्छे लगने लगे।
मैं यह बात किसी को नही बताया क्यों कि मैं नही चाहता था मेरे घर वाले मेरे से शर्मिंदगी महसूस करे।
मेरा भाई थोड़ा डेंजर है, 30 साल का है वो पर डॉन टाइप है।
उसकी गुंडागर्दी और सोशल वर्क दोनो भी ज्यादा चर्चा मैं थे, पर मैं उससे उलट था, न गुंडागर्दी मैं ना सोशल वर्क मैं इवन मेरे फसेबूक अकॉउंट मैं ही 50 फ्रेंड्स है।
मेरे पापा मेरे भाई पर बोहोत प्राउड फील करते है, मुझ पर करते कि नही पता नही।
आफिस मैं बैठे मैं सोच लिया कि चलो उससे ही कोई सॉल्यूशन mangte।
वो ही बस वाला लड़का।
मैं इतना excited हुआ कि ऑफिस से ४ बजे ही निकल गया और बस से घर जाकर गाड़ी ठीक करली।
और दूसरे दिन गाड़ी लेके बस स्टॉप पर उससे लड़के को ढूंढ रहा था।
पर वो दिखा नही, 10 के 10.30 हो गए, 2 3 बस निकल गई।
मेरा टाइम भी हो गया फिर भी वो आया नही।
मैं थोड़ा उदास हो गया और ऑफिस चला गया।
२-३ दिन हो गए, फिर मैं ही इंटरनेट पर सर्च करने लगा कि आजू बाजू मैं कोन गे है कैसा पता करना?
पर सोचा अगर कोई हिस्ट्री देख लेगा बोहोत प्रॉब्लम हो जायेगी।
फिर मैं ३-४ दिन तक गया नही बस स्टॉप पर, पर 1 सेप्टेंबर को मैं गया लास्ट टाइम समझ और वो खड़ा था , मैं इतना खुश होक उसको देखा पर वो कोई रिएक्शन नही दिया।
मैं डर गया कही ग़लत लड़केको देख तोह नही हसा मैं।
मैं बाइक को cick मारने लगा वह से निकलने के लिए पर चालू नही हुई और वो मेरे पास आके बोला।
“क्या हुआ?”
मैं डर गया।
मी- कुछ नहीं।
वो- हास् क्यू रहा था?
मेरी फट्टा के हाथ मे आ गई, मैं थोड़ा हडबडा के बोल
“मुझे लगा मेरा ओल्ड frnd है”
और मेरी बाइक चालू होते मैं निकल पड़ा वह से।
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जब अपन अपने लाइफ मैं कुछ नई टर्न लेते आते हजारो सवाल दिल मे आते।
डर और डर, बस ।
To be contiude...
My Love BITE
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Niketan Toshan
(Part 2)
===================================
Vo मुझे रोकने लगा , मैं रुक गया कोई तमाशा न हो करके। वो हँसने लगा और मेरा मुह टेन्शन से भरने लगा।
वो मेरे बाइक पर बैठ गया और मुझे बोला
“चलो मुझे ड्राप कर दो आहूजा चौराहा मे”
वो बैठा गया और मैं गियर डाल बाइक को आगे बढाया।
वो- तुम डरपोक हो?
Me-नही
वो- तुम्हें पसंद क्या है?
मैं- याने?
वो- सेक्स मैं?किसिंग टॉप बॉटम क्या हो?
मैं थोड़ा डर गया कि ये ऐसे कैसे पूछ रहा,मैं चुप रहा जैसे कुछ हुआ नही। वो बोला नही मैं सुना नही, बस उसको बैठे बैठे मैं चुटिया बना रहा।
वो भी चुप हो गया।
मैं उसको चौराहे रुक उतार दिया और उससे बोला
Me- 965723878* पर व्हाट्सएप्प कर देना।
Vo- tum bat karte hi nhi kya bolu?
Me- muze लेट हो रहा, बाद मैं मिलते शाम को।
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Niketan Toshan
(Part 2)
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Vo मुझे रोकने लगा , मैं रुक गया कोई तमाशा न हो करके। वो हँसने लगा और मेरा मुह टेन्शन से भरने लगा।
वो मेरे बाइक पर बैठ गया और मुझे बोला
“चलो मुझे ड्राप कर दो आहूजा चौराहा मे”
वो बैठा गया और मैं गियर डाल बाइक को आगे बढाया।
वो- तुम डरपोक हो?
Me-नही
वो- तुम्हें पसंद क्या है?
मैं- याने?
वो- सेक्स मैं?किसिंग टॉप बॉटम क्या हो?
मैं थोड़ा डर गया कि ये ऐसे कैसे पूछ रहा,मैं चुप रहा जैसे कुछ हुआ नही। वो बोला नही मैं सुना नही, बस उसको बैठे बैठे मैं चुटिया बना रहा।
वो भी चुप हो गया।
मैं उसको चौराहे रुक उतार दिया और उससे बोला
Me- 965723878* पर व्हाट्सएप्प कर देना।
Vo- tum bat karte hi nhi kya bolu?
Me- muze लेट हो रहा, बाद मैं मिलते शाम को।
मैं उसको इतना बोल निकल गया।
ऑफिस मैं जाके व्हाट्सएप्प ओपन किया इसके इतने मश्ग नॉन वेज जोके पोर्न क्लिप भेज था कि मेरे मोबाइल कोई गे साइट बन गई।
मैं ब्लॉक कर दिया उससे ।
फिर शाम 7 बजे ब्लॉक ओपन कर उसको मिलने बुलाया। ब्लू शर्ट एंड ग्रे जीन्स पेहेन,
ऑफिस मैं जाके व्हाट्सएप्प ओपन किया इसके इतने मश्ग नॉन वेज जोके पोर्न क्लिप भेज था कि मेरे मोबाइल कोई गे साइट बन गई।
मैं ब्लॉक कर दिया उससे ।
फिर शाम 7 बजे ब्लॉक ओपन कर उसको मिलने बुलाया। ब्लू शर्ट एंड ग्रे जीन्स पेहेन,
वो आया एक दम मेकअप कर, याने पाउडर फॉउंडेशन लगाके। रेड शर्ट वाइट पैंट पेहेन।
मुझे बड़ा बेकार लगा।
मेरा मुह गंदा होने से पहले मैं उसको बोला।
“यार क्या अपन नार्मल फ़्रेंड बन सकते?”
He- याने?
में- मुझे कोई नॉर्मल लड़का होना, but समझ नही रह की क्या करूँ?जो हइटेड हो मेरे age से बढ़ा हो।
उसका मुह उत्तर गया, मैं समझ गया पर मैं उसके आखो मैं देख बोला।
“तालाब के किनारे पड़ी मछली जैसे हु मैं, प्ल्ज़ अब तुम हेल्प करो।”
वो मेरे तरफ देख कर बोला।
“टॉप बोटोम समझता?”
Me- नही
He-ASL?
में- नही
He- Grinder plantromeo?
me-नही, yar क्या बोल रहा समझ नही रहा।
He- यार तुम्हें काफी कुछ नही पाता, तेरे पर लालत है।
मैं ग़ुस्से से उसको देख बोला।
“यार हेल्प मांगी तू तो बस मेरे game ले रहा”
He- मैं विजय हु, तुम
में-अजय सुरपंख
He- देख कांटेक्ट मैं रहे, एंड तुम स्वीट हो
मैं- पर कोई प्रॉब्लम तोह नही?
He- नही, देख अब मैं दाल चावल पार्टी के सिटी लीडर को पटाया।
मुझे पता नही था वो किसकी बात कर रहा , पर बडा था। पोलिटिक्स की बाते उतनी नही पता।
मैं- पर मिलके बोलू क्या उससे?
He- मिल क्या बोलने के लिए रहा?या
Me- यार ऐसे कैसे?
He-रुक उसे बुलाता , उसके लिए अपने दिल सॉफ्ट कार्नर है।
मुझे बड़ा बेकार लगा।
मेरा मुह गंदा होने से पहले मैं उसको बोला।
“यार क्या अपन नार्मल फ़्रेंड बन सकते?”
He- याने?
में- मुझे कोई नॉर्मल लड़का होना, but समझ नही रह की क्या करूँ?जो हइटेड हो मेरे age से बढ़ा हो।
उसका मुह उत्तर गया, मैं समझ गया पर मैं उसके आखो मैं देख बोला।
“तालाब के किनारे पड़ी मछली जैसे हु मैं, प्ल्ज़ अब तुम हेल्प करो।”
वो मेरे तरफ देख कर बोला।
“टॉप बोटोम समझता?”
Me- नही
He-ASL?
में- नही
He- Grinder plantromeo?
me-नही, yar क्या बोल रहा समझ नही रहा।
He- यार तुम्हें काफी कुछ नही पाता, तेरे पर लालत है।
मैं ग़ुस्से से उसको देख बोला।
“यार हेल्प मांगी तू तो बस मेरे game ले रहा”
He- मैं विजय हु, तुम
में-अजय सुरपंख
He- देख कांटेक्ट मैं रहे, एंड तुम स्वीट हो
मैं- पर कोई प्रॉब्लम तोह नही?
He- नही, देख अब मैं दाल चावल पार्टी के सिटी लीडर को पटाया।
मुझे पता नही था वो किसकी बात कर रहा , पर बडा था। पोलिटिक्स की बाते उतनी नही पता।
मैं- पर मिलके बोलू क्या उससे?
He- मिल क्या बोलने के लिए रहा?या
Me- यार ऐसे कैसे?
He-रुक उसे बुलाता , उसके लिए अपने दिल सॉफ्ट कार्नर है।
वो मुझे कुछ बोलने से पहले कॉल कर उसको बुला लिया।
मैं सोचा भाग जाता पर सोचा चल मिलते।
वो कॉल पर बोला “बेबी एक नया है आता क्या मिलने?”
मैं उसकी ओवर स्वीट बाते सुन हँसने लगा।
१०-१५ मिनीट बाते करने लगे।
रात के 8 बज गए थे , बिजली चमकने लगी, मैं बाइक पर था वो सामने खड़ा था, तभी थोड़ी थोड़ी बारिश शुरू हो गई, और एक avenger पर एक लड़का आया, गोरा सा २८ साल , ब्लू मोदी जॉकेट सफेद कुर्ता पहने, आँखे बड़ी बड़ी, भारी से परफ्यूम लगाए, हाथों मैं अँगूठी ,गले मे चैन, उसको देख थोड़ा डर लगा। yo yo jaise bal Kate hue....
पर उसको देख लगा कि सचमुच यह कोई लीडर था।
और वो मुझे देख उसको बोला, “यही है क्या?”
और बारिश चालू हो गई।
=================================
कभी कभी अपने से अगल पर्सनालिटी से उलटा कोई मिल जाए तोह लाइफ मैं कुछ अलग ही टर्न लेता। apan har kisi ke sath sex nhi kar sakte...kyu ki life Mai ek frnd jaruri hota...
To be Continued.....
मैं सोचा भाग जाता पर सोचा चल मिलते।
वो कॉल पर बोला “बेबी एक नया है आता क्या मिलने?”
मैं उसकी ओवर स्वीट बाते सुन हँसने लगा।
१०-१५ मिनीट बाते करने लगे।
रात के 8 बज गए थे , बिजली चमकने लगी, मैं बाइक पर था वो सामने खड़ा था, तभी थोड़ी थोड़ी बारिश शुरू हो गई, और एक avenger पर एक लड़का आया, गोरा सा २८ साल , ब्लू मोदी जॉकेट सफेद कुर्ता पहने, आँखे बड़ी बड़ी, भारी से परफ्यूम लगाए, हाथों मैं अँगूठी ,गले मे चैन, उसको देख थोड़ा डर लगा। yo yo jaise bal Kate hue....
पर उसको देख लगा कि सचमुच यह कोई लीडर था।
और वो मुझे देख उसको बोला, “यही है क्या?”
और बारिश चालू हो गई।
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कभी कभी अपने से अगल पर्सनालिटी से उलटा कोई मिल जाए तोह लाइफ मैं कुछ अलग ही टर्न लेता। apan har kisi ke sath sex nhi kar sakte...kyu ki life Mai ek frnd jaruri hota...
To be Continued.....
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Niketan Toshan
(Part 3)
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हम तीनों बाइक से उतार के पेड़ के नीचे खड़े हो गए, स्ट्रीट लाइट का प्रकाश था।
वो मुझे देख विजय को बोला “ये कोन है?”
विजय- अरे दोस्त है मेरा, यह भी इंटरेस्टेड है, १सत टाइम किसी से मिल रहा, और तू बोला थाना कोई न्यू मिला तो बताना, फ्रेश है। धर्मा साहब पार्टी होना अब।
धर्मा-वो करने के बाद समझेगा।
इनकी बाते सुन मेरे कान खड़े हो गए, ऐसा लगा मेरी बोली लग रही, मैं कहा आके फस गया था।
बारिश थोड़ी कम हो गई, और मैं अपने बाइक पर आके जाने को निकला और विजय मेरे पीछे आके बैठा गया, धर्मा पास आया बोला
“आज मीटिंग है मेरी, कल जाते घुमने”
उसकी आवाज बोहोत गहरी थी, एक दम भारी सी, मैं उसको देख कोई रिएक्शन नही दिया, क्यों कि मुझे थोड़ा अजीब लगा।
और धर्मा ने जेब से पॉकेट निकाल 500 विजय को दिए, “तुम दोनों पार्टी करलेना”
मैं वो सुनते आव देखा न ताव बस बाइक को कीक मार वह से निकल भागा।
विजय पीछे बेठा रुक रुक बोला मैं सीधे उसको जहा से उठाया वह से छोड आया।
वो बोलने लगा क्या हुआ, पर मैं चुप्पी साढ़े वहा से घर आया और उसका नंबर पेहेले ब्लॉक मारा।
मुझे लगा मेरा B A पास मूवी बना रहे यह लोग।
डर गया था मैं क्यों कि घर मे कुछ ऐसा पता चकता फिर ब्लैकमेल यह वो मैं कही का नही रहता।
१० बार विजय का कॉल आया पर ऑटो ब्लॉक के चलते सब कैंसिल हो गए।
२-३ दिन चले गए। न कोई कॉल न M S G्ग, इवन मैं बसस्टैंड वाले रास्ते से जाना बंद कर दिया।
पर वो तूफान से पहले वाली शांति थी लगता।
मेरे ऑफिस के बॉस को पोलिक्ट्स मैं कुछ ज्यादा ही इंटरेस्टेड था, और हम लोगो को कम था बैनर desing कर प्रिंट करने का।
Mera boss paiso का लालची था, उससे बड़े बड़े लीडर के काम चाहिए थे, ऐसे एक दिन २ सेप्टेंबर की बात थी।
मैं ऑफिस मैं था काम कर रहा था , तभी boss ने सभी को 3 बजे मीटिंग के लिए बुलाया,
हम सब मीटिंग के लिए पोहोंचे, आने वाले इलेक्शन के चलाते मीटिंग थी।
सामने बॉस और हम 10 जन उनके सामने,
बॉस - अपन इस बार दाल चावल पार्टी के बैनर लोगो बनाएंगे,। 50 लाख का काम है, पूरे सिटी मैं प्रोवाइड करना है।
हम सब तालिया बजाने लगे, तभी एक सफेद कुर्ते मैं धर्मा आ गया, और बॉस की साइड वाली चेयर पर बैठ गया।
मैं तो 2 रो मैं था, उसका परफ़्यूम इतना भारी था कि पूरे केबिन मैं महक आ गई।
मेरी तालिया रुक गई उसको देख कर, और मुंडी को नीचे कर लिया मैं।
5-5 2 लाइन मैं खुद को छुपाने की कोशिश करने लगा।फिर भी रेड शर्ट थी मेरी जो सब मैं भड़कीली थी।
तभी धर्मा बोलने लगा उसको क्या होना क्या नही मैं नीचे ज़ुक मुह छुपाने की कोशिश कर रहा, पर मेरे साइड मैं main desinger था।
मेरे बॉस ने उसका introduction कर दिया, तभी मैं ऊपर नजर किया तोह वो मुझे ही देख रहा था।
मेरा बॉस मुझे घूर रहा उसको लगा मैं सोया हु, और धर्मा मुझे ताड रहा।
धर्मा बोलता “मेरे पास कुछ idea है जो ऑफिस मैं फ़ाइल मैं है, किसी को भेज दीजिये।”
By
Niketan Toshan
(Part 3)
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हम तीनों बाइक से उतार के पेड़ के नीचे खड़े हो गए, स्ट्रीट लाइट का प्रकाश था।
वो मुझे देख विजय को बोला “ये कोन है?”
विजय- अरे दोस्त है मेरा, यह भी इंटरेस्टेड है, १सत टाइम किसी से मिल रहा, और तू बोला थाना कोई न्यू मिला तो बताना, फ्रेश है। धर्मा साहब पार्टी होना अब।
धर्मा-वो करने के बाद समझेगा।
इनकी बाते सुन मेरे कान खड़े हो गए, ऐसा लगा मेरी बोली लग रही, मैं कहा आके फस गया था।
बारिश थोड़ी कम हो गई, और मैं अपने बाइक पर आके जाने को निकला और विजय मेरे पीछे आके बैठा गया, धर्मा पास आया बोला
“आज मीटिंग है मेरी, कल जाते घुमने”
उसकी आवाज बोहोत गहरी थी, एक दम भारी सी, मैं उसको देख कोई रिएक्शन नही दिया, क्यों कि मुझे थोड़ा अजीब लगा।
और धर्मा ने जेब से पॉकेट निकाल 500 विजय को दिए, “तुम दोनों पार्टी करलेना”
मैं वो सुनते आव देखा न ताव बस बाइक को कीक मार वह से निकल भागा।
विजय पीछे बेठा रुक रुक बोला मैं सीधे उसको जहा से उठाया वह से छोड आया।
वो बोलने लगा क्या हुआ, पर मैं चुप्पी साढ़े वहा से घर आया और उसका नंबर पेहेले ब्लॉक मारा।
मुझे लगा मेरा B A पास मूवी बना रहे यह लोग।
डर गया था मैं क्यों कि घर मे कुछ ऐसा पता चकता फिर ब्लैकमेल यह वो मैं कही का नही रहता।
१० बार विजय का कॉल आया पर ऑटो ब्लॉक के चलते सब कैंसिल हो गए।
२-३ दिन चले गए। न कोई कॉल न M S G्ग, इवन मैं बसस्टैंड वाले रास्ते से जाना बंद कर दिया।
पर वो तूफान से पहले वाली शांति थी लगता।
मेरे ऑफिस के बॉस को पोलिक्ट्स मैं कुछ ज्यादा ही इंटरेस्टेड था, और हम लोगो को कम था बैनर desing कर प्रिंट करने का।
Mera boss paiso का लालची था, उससे बड़े बड़े लीडर के काम चाहिए थे, ऐसे एक दिन २ सेप्टेंबर की बात थी।
मैं ऑफिस मैं था काम कर रहा था , तभी boss ने सभी को 3 बजे मीटिंग के लिए बुलाया,
हम सब मीटिंग के लिए पोहोंचे, आने वाले इलेक्शन के चलाते मीटिंग थी।
सामने बॉस और हम 10 जन उनके सामने,
बॉस - अपन इस बार दाल चावल पार्टी के बैनर लोगो बनाएंगे,। 50 लाख का काम है, पूरे सिटी मैं प्रोवाइड करना है।
हम सब तालिया बजाने लगे, तभी एक सफेद कुर्ते मैं धर्मा आ गया, और बॉस की साइड वाली चेयर पर बैठ गया।
मैं तो 2 रो मैं था, उसका परफ़्यूम इतना भारी था कि पूरे केबिन मैं महक आ गई।
मेरी तालिया रुक गई उसको देख कर, और मुंडी को नीचे कर लिया मैं।
5-5 2 लाइन मैं खुद को छुपाने की कोशिश करने लगा।फिर भी रेड शर्ट थी मेरी जो सब मैं भड़कीली थी।
तभी धर्मा बोलने लगा उसको क्या होना क्या नही मैं नीचे ज़ुक मुह छुपाने की कोशिश कर रहा, पर मेरे साइड मैं main desinger था।
मेरे बॉस ने उसका introduction कर दिया, तभी मैं ऊपर नजर किया तोह वो मुझे ही देख रहा था।
मेरा बॉस मुझे घूर रहा उसको लगा मैं सोया हु, और धर्मा मुझे ताड रहा।
धर्मा बोलता “मेरे पास कुछ idea है जो ऑफिस मैं फ़ाइल मैं है, किसी को भेज दीजिये।”
मेरे तरफ देख धर्मा बोला पर मेरा बॉस इतना अच्छा की वो दिनेश को बोला ऑफिस जाने को।
मैं खुश हो गया, और हसके उसको देखा। धर्मा मुझे देख बॉस को बोलता “अजय को भेज दीजिये”
मेरे तोते उड़ा गए और बॉस का मुह खुला रहे गया, सब मुझको देखने लगे, की इसका नाम कैसे पता।
मेरा बॉस मुझे बोला “अजय अपना नम्बर सर को दे।”
मैं -965723878*
वो उठा के चला गया।
सब मुझको पूछने लगें की वो कैसे जनता?
पर मैं बोलता क्या? मैं हसके टाल दिया।
मै अपने चेयर पर आके बैठ गया तभी उसका massage आता “ऑफिस आ”
मुझे वो पढ़ा टेंशन आ गया।
मैं उसको रिप्लाई दिया “यार तुम जैसे समझ रहे मैं नही हु वैसे”
5 min बाद मुझे बॉस अपने केबिन बुलाकर बोला “तुम धर्मा सर के ऑफिस जाओ और उनसे डॉक्युमेंट्स कलेक्ट कर आओ, और तू वो msg किया तो रिप्लाई क्यों नही किया? देख वो जब भी बुलाये msg कॉल करे तू जाना, 50 लाख का काम है।”
मैं खुश हो गया, और हसके उसको देखा। धर्मा मुझे देख बॉस को बोलता “अजय को भेज दीजिये”
मेरे तोते उड़ा गए और बॉस का मुह खुला रहे गया, सब मुझको देखने लगे, की इसका नाम कैसे पता।
मेरा बॉस मुझे बोला “अजय अपना नम्बर सर को दे।”
मैं -965723878*
वो उठा के चला गया।
सब मुझको पूछने लगें की वो कैसे जनता?
पर मैं बोलता क्या? मैं हसके टाल दिया।
मै अपने चेयर पर आके बैठ गया तभी उसका massage आता “ऑफिस आ”
मुझे वो पढ़ा टेंशन आ गया।
मैं उसको रिप्लाई दिया “यार तुम जैसे समझ रहे मैं नही हु वैसे”
5 min बाद मुझे बॉस अपने केबिन बुलाकर बोला “तुम धर्मा सर के ऑफिस जाओ और उनसे डॉक्युमेंट्स कलेक्ट कर आओ, और तू वो msg किया तो रिप्लाई क्यों नही किया? देख वो जब भी बुलाये msg कॉल करे तू जाना, 50 लाख का काम है।”
मैं गर्दन हिलाकर बाहर आया।
यह कहा फस गया था मैं।
मैं ऑफिस से निकल उसके घर गया, घर के ऊपर ऑफिस था उसका ३ मंजिल बडा घर, और बाहर पुलिस।
वो अंदर कॉल कर मुझे भेजे।
गार्डन मैं पूरे गुलाब थे, हर रंग के, बारिश से धुले हुए, एक फाउन्टेन था।
जैसे अंदर एक एक कदम आगे बढाया मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा।
मैं socha मोबाइल रिकॉर्डिंग on कर देता, कोई प्रॉब्लम होगी तोह सबुत रहेंगे।
यह कहा फस गया था मैं।
मैं ऑफिस से निकल उसके घर गया, घर के ऊपर ऑफिस था उसका ३ मंजिल बडा घर, और बाहर पुलिस।
वो अंदर कॉल कर मुझे भेजे।
गार्डन मैं पूरे गुलाब थे, हर रंग के, बारिश से धुले हुए, एक फाउन्टेन था।
जैसे अंदर एक एक कदम आगे बढाया मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा।
मैं socha मोबाइल रिकॉर्डिंग on कर देता, कोई प्रॉब्लम होगी तोह सबुत रहेंगे।
मैं मोबाइल वौइस् रिकॉडिंग on कर दिया।
वह एक लड़का आया पास और मुझे साथ ले गया, उसके केबिन मैं।
वो चेयर पर बैठ था, मोबाइल पर बात करते, मुझे देख इशारे मैं बैठने को बोला।
कॉल कट कर बोला।
“अब बता मैं क्या समझा और तू क्या है?”
मैं चुप होक उसको देखते रहा।।।
=======================
इतनी भी लाइफ intresting होगी क्या पता था।
की लगा कि पीछा छूटा पर उल्टा हो गया। एक साइड बॉस एक साइड धर्मा और क्या होगा क्या पता।
इसलिए भगवान से सोच समझकर मांगो।
To be continued...
वह एक लड़का आया पास और मुझे साथ ले गया, उसके केबिन मैं।
वो चेयर पर बैठ था, मोबाइल पर बात करते, मुझे देख इशारे मैं बैठने को बोला।
कॉल कट कर बोला।
“अब बता मैं क्या समझा और तू क्या है?”
मैं चुप होक उसको देखते रहा।।।
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इतनी भी लाइफ intresting होगी क्या पता था।
की लगा कि पीछा छूटा पर उल्टा हो गया। एक साइड बॉस एक साइड धर्मा और क्या होगा क्या पता।
इसलिए भगवान से सोच समझकर मांगो।
To be continued...
My Love BITE
By
Niketan Toshan
(Part 4)
=====================
He- tum ek bat muze aaj batao tum kya ho, mai kya samza and tum kyu mile usdin?
Mai sochne laga isko ab chutiya banau kaise}? Kyu ki usko pata tha Vijay kaisa hai, vijay ne mera introduction bhi karva diya phir ab bacha kuch nhi...
Muze dekh vo bell bajaya..
He- kya lega Bol?
Kitna bekar tha yeh le bol rha direct...Sala harami..
Mai ग़ुस्से मैं उसको देखा , और मन ही मन बोला साल ऑफिस की तो शर्म रखता।
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Niketan Toshan
(Part 4)
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He- tum ek bat muze aaj batao tum kya ho, mai kya samza and tum kyu mile usdin?
Mai sochne laga isko ab chutiya banau kaise}? Kyu ki usko pata tha Vijay kaisa hai, vijay ne mera introduction bhi karva diya phir ab bacha kuch nhi...
Muze dekh vo bell bajaya..
He- kya lega Bol?
Kitna bekar tha yeh le bol rha direct...Sala harami..
Mai ग़ुस्से मैं उसको देखा , और मन ही मन बोला साल ऑफिस की तो शर्म रखता।
Mi- यार तुम्हें डर नही लगता? तुम यह सेक्स के लिए बोल रहे और कोई आ जायगा।
वो हँसने लगा।
He- साले दुनिया मे तुहि ही excited वाला है क्या? चाय पानी पूछ रहा, तुझे बस वो ही दिखता, तू इतना एक्ससिटेड है क्या?
वो उल्टा मेरे पर ढकेल दिया, मैं एक दम हडबडा गया और उसको बोला।
“नही नही, बस एक चाय एंड कोई डॉक्यूमेंट होंगे वो”
He-चाय ऐसे मांग रहा कोई होटल मैं हो।
वो सुनते ही वह से उठा वो भी उठा और मैं दरवाजे के पास गया वो पिछेसे हस्ते हुए आया और बोला “बैठ बैठ मजाक कर रहा”
तभी एक लड़का चाय लेके आता।
He- देख अजय, तू जो समझ रहा, वैसा कुछ नही, विजय चॅटींग करता था, फिर दिन सेक्स के लिए बोला,मैं ना बोला, फिर उसको मिला, हम पिये एक दो बार फिर एक दिन पीके कर दिया, अब लड़कियों से करना रिस्की होता तोह उसको Pel diya...
Mai चुप होक उसको सुन रहा था।
He- तुझे ठीक लगे तोह दोस्त बन रहे सकते?
मैं उसको देखा और चाय ख़त्म करके उसको बोला “प्रॉब्लम कुछ नही बस डर लगता,और मुझे कोई प्रॉब्लम नही तुमसे”
वो हसा और मुझे बोलता, “4 दिन बाद मिलते, अभी इलेक्शन की मीटिंग के लिए जा रहा दिल्ली।
मै ठीक है बोल वह से निकल आया।
और घर जाते जाते मेरे फेस पर एक बड़ी सी स्माइल थी।
ऑफिस ख़त्म कर मैं घर गया।
आज कुछ अजीब सी फीलिंग थी, tV पर दिख रहे ओल्ड सांग कुछ ज्यादा ही अच्छे लगने लगे।
9 बज गए उसका कॉल आया।
मैं थोड़ी देर उठाया नही, सोचा क्यों किया होंगा।
उठाके
Me-hello
He- kya kar rha?
Me- abhi khana khake tV dekh rha.tumhara hua?
He-ha hua... Delhi ja rha Mumbai ja rha wha se kal subha Delhi flight hai...
Me-ohhh abhi train Mai ho?
He-nhi dridriving kar rha... socha call karu..
Me-are pahal ho gye kyA? Driving karte Mobile par bat karna thik nhi...
He- meri automatic gadi hai... mobile Bluetooth hai...back side camera bhi hai...aur 1st time nhi ja rha...
वो हँसने लगा।
He- साले दुनिया मे तुहि ही excited वाला है क्या? चाय पानी पूछ रहा, तुझे बस वो ही दिखता, तू इतना एक्ससिटेड है क्या?
वो उल्टा मेरे पर ढकेल दिया, मैं एक दम हडबडा गया और उसको बोला।
“नही नही, बस एक चाय एंड कोई डॉक्यूमेंट होंगे वो”
He-चाय ऐसे मांग रहा कोई होटल मैं हो।
वो सुनते ही वह से उठा वो भी उठा और मैं दरवाजे के पास गया वो पिछेसे हस्ते हुए आया और बोला “बैठ बैठ मजाक कर रहा”
तभी एक लड़का चाय लेके आता।
He- देख अजय, तू जो समझ रहा, वैसा कुछ नही, विजय चॅटींग करता था, फिर दिन सेक्स के लिए बोला,मैं ना बोला, फिर उसको मिला, हम पिये एक दो बार फिर एक दिन पीके कर दिया, अब लड़कियों से करना रिस्की होता तोह उसको Pel diya...
Mai चुप होक उसको सुन रहा था।
He- तुझे ठीक लगे तोह दोस्त बन रहे सकते?
मैं उसको देखा और चाय ख़त्म करके उसको बोला “प्रॉब्लम कुछ नही बस डर लगता,और मुझे कोई प्रॉब्लम नही तुमसे”
वो हसा और मुझे बोलता, “4 दिन बाद मिलते, अभी इलेक्शन की मीटिंग के लिए जा रहा दिल्ली।
मै ठीक है बोल वह से निकल आया।
और घर जाते जाते मेरे फेस पर एक बड़ी सी स्माइल थी।
ऑफिस ख़त्म कर मैं घर गया।
आज कुछ अजीब सी फीलिंग थी, tV पर दिख रहे ओल्ड सांग कुछ ज्यादा ही अच्छे लगने लगे।
9 बज गए उसका कॉल आया।
मैं थोड़ी देर उठाया नही, सोचा क्यों किया होंगा।
उठाके
Me-hello
He- kya kar rha?
Me- abhi khana khake tV dekh rha.tumhara hua?
He-ha hua... Delhi ja rha Mumbai ja rha wha se kal subha Delhi flight hai...
Me-ohhh abhi train Mai ho?
He-nhi dridriving kar rha... socha call karu..
Me-are pahal ho gye kyA? Driving karte Mobile par bat karna thik nhi...
He- meri automatic gadi hai... mobile Bluetooth hai...back side camera bhi hai...aur 1st time nhi ja rha...
Uski bat sun chup ho gya Mai...I think yeh garam dimag wala Tha...
He- tum chal rhe?
Me- abhi...???
He- ha... Mai highway par hu... tum bolo aata hu lene... meeting kar wapas...
Mai 2-3 min chup rha... sochne laga ki kya karu...
Tabhi Mera office yad aya...
Me- mera office
He- usko bol dunga ki banner ke liye ja rha... Delhi se detail aane wali hai...
Mai utha aur zatta se laptop bag Mai kapde bhar diye...
Aur mom dad ko bata diya...
Vo bhi raji ho gye...
Dharma ko location bata diya vo aa gya... Mai par ghar ye nhi बताया कि जा किसके साथ रहा।
He- tum chal rhe?
Me- abhi...???
He- ha... Mai highway par hu... tum bolo aata hu lene... meeting kar wapas...
Mai 2-3 min chup rha... sochne laga ki kya karu...
Tabhi Mera office yad aya...
Me- mera office
He- usko bol dunga ki banner ke liye ja rha... Delhi se detail aane wali hai...
Mai utha aur zatta se laptop bag Mai kapde bhar diye...
Aur mom dad ko bata diya...
Vo bhi raji ho gye...
Dharma ko location bata diya vo aa gya... Mai par ghar ye nhi बताया कि जा किसके साथ रहा।
होर्न बजते मैं नीचे गया और उसके XUV मैं जेक फ्रंट सीट पर बैठ गया। वो 3/4 पैंट और red tshirt लगाके था।
गाड़ी मैं एक हल्का परफ्यूम था। एक हल्का ठंडा सा मौसम था।
बैग को अपने गोदी मैं रखें था। वो मेरी बैग को उठाके पीछे रख दिया।
गाड़ी सीटी से बाहर निकली और रास्ते लम्बे और सुनसान होने लगे।
हल्की बारिश भी चालू थी। अंधेरे रास्ते मे जब भी सामने से आने वाली गाड़ी की लाइट पड़ती हम दोनों एक दूसरे को देखते थे।
कुछ बोल नही रहे थे, क्यों गाड़ी चला रहा था।
तभी उसने गाड़ी मैं गाने चालू कर दिए “RAFK अल्बम का अखियां सांग।
उसके बोल भी काफी सही थे “किया रे किया ishq खुदाने”
उसका एक हाथ गियर पर था, मैं जान बूझ अपने हाथ को हैंड ब्रेक पर रखा।
वो जब गियर चेंज करता था, थोड़ हाथ मुझे लगता।
मैं मन ही मन हँसने लगा, वो बोला “तुम्हारा हाथ की नीयत ठीक नही लग रही??
मैं वो सुनते हाथ अपने पास ले लिया, वो भी हँसने लगा और मैं भी बाहर देख थोड़ा हँसने लगा।
वो बोलता “मुझे कोई प्रोब्लम नही, बस आगे जो होगा उसके जिमेदार तुम”
मैं उसको देख हसा वो मुझे मैं उसका गियर पर रखा हाथ पकड़ लिया।
===========================================
थोड़ा डर थोड़ा प्यार थोड़ा टांग खिचाई यही है perfect लव स्टोरी की शुरुवात।
To be Continued....
गाड़ी मैं एक हल्का परफ्यूम था। एक हल्का ठंडा सा मौसम था।
बैग को अपने गोदी मैं रखें था। वो मेरी बैग को उठाके पीछे रख दिया।
गाड़ी सीटी से बाहर निकली और रास्ते लम्बे और सुनसान होने लगे।
हल्की बारिश भी चालू थी। अंधेरे रास्ते मे जब भी सामने से आने वाली गाड़ी की लाइट पड़ती हम दोनों एक दूसरे को देखते थे।
कुछ बोल नही रहे थे, क्यों गाड़ी चला रहा था।
तभी उसने गाड़ी मैं गाने चालू कर दिए “RAFK अल्बम का अखियां सांग।
उसके बोल भी काफी सही थे “किया रे किया ishq खुदाने”
उसका एक हाथ गियर पर था, मैं जान बूझ अपने हाथ को हैंड ब्रेक पर रखा।
वो जब गियर चेंज करता था, थोड़ हाथ मुझे लगता।
मैं मन ही मन हँसने लगा, वो बोला “तुम्हारा हाथ की नीयत ठीक नही लग रही??
मैं वो सुनते हाथ अपने पास ले लिया, वो भी हँसने लगा और मैं भी बाहर देख थोड़ा हँसने लगा।
वो बोलता “मुझे कोई प्रोब्लम नही, बस आगे जो होगा उसके जिमेदार तुम”
मैं उसको देख हसा वो मुझे मैं उसका गियर पर रखा हाथ पकड़ लिया।
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थोड़ा डर थोड़ा प्यार थोड़ा टांग खिचाई यही है perfect लव स्टोरी की शुरुवात।
To be Continued....
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Niketan Toshan
(Part 5)
===========================
मैं पकड़ के बेठा, उसने हाथ मेरा हटके उसने पकड़ा, उसका हाथ बोहोत गरम था इतना कड़क की बस ऐसा की की कभी न छोड वो।
1 बज गए, और हम दोनों रास्ते के ढाबे पर रुक गए चाय पीने, ढाबे पर मस्त lighting लगी थी।
मैं खाट पर बैठा था, वो आया चाय कप लिये।
Wha गाने बज रहे थें “जग घुमिया”
सॉन्ग के साथ वो चाय की गरम प्याली और सामने वो।
बस तपती गर्मी मैं ठंडी हवा सा लग रहा था वो।
वो मुझे देख बोला “क्या देख रहा?”
Mai has diya...
He- bas Subha 4 baje Pohoch jayenge..
Me- hmmmm...
He- aur bhuk lagi hai?
Me- nhi...
He- yha se ek hai 3 baje tak wha pohoch जाएंगे। ब्रियानी मस्त मिलती।
Me- मैं नही kha सकता, गणपति है घर।
He- तोह? घर मे है, मेरे गाड़ी मैं नही। तू नौटंकी मत कर, जितना बोला उतना करना।
मैं मुंडी हिलाक़े हा बोल दिया औऱ वो उठा, और मेरा हाथ पकड़ मुझे भी खड़ा किया।
और पीछे की सीट खोल बोला “सो जाओ”
मैं बोला नही नही बोल दरवाजा लगा दिया।और सामने आके बैठा गया।
वो ड्राइवर सीट पर बैठ बोला “ सो जा, मैं दोपहर को सोया था, तू नही”
Me-यही टाइम है तुम्हारे साथ रहने का, पता नही तुम फिर टाइम दे पाओ।
He-kyu bharosa nhi}?
Me- Bharosa nhi hota to yha hota?
Usne haske mera hath pakad gear डाल गाड़ी चलाने लगा।
हमने कुछ ज्यादा ही हाथ टाइट पकड़ लिया था।
और बारिश तेज तेज होने लगी। हवा को चीरते हमारी गाड़ी ने स्पीड पकड़ली।
वो और मैं सांग सुन रहे थे।
3 बज गए, ढाबा पोहोच बिर्यानी खा लिया।
मैं और वो खाके फिर गाड़ी मैं बैठा गए।
और मैं कब सो गया पता नही।
Phir कुछ देर बाद, मेरी आँख खुली, आखों पर रोशनी तेज हो गई थी, थोडी भारी आँखों से खुद को देखा तो कार मैं ही था मैं, कंबल ओढे, सिट पूरी पीछे थी bed जैसे, मैं उठा के बैठ गया, गाड़ी खाली थी, AC ऑन था।
बेसमेन्ट पार्किंग मैं था मैं, मोबइल निकाल देखा तो 8 बज गए थे।
बोहोत कार थी पार्किंग मैं, मैं समझ नही आया कि क्या karu।
मुझे पगले जैसा लग रहा था और मैं सोच रहा था कि करू क्या।
तभी मैं सीट को सीधा कर बैठा रहा और जोर से पीछेसे कोई काच पर हाथ मरता, मैं डर के ड्राइवर सीट पर कुद जाता।
बाहर ये खड़ा था।
मैं उसको इतना खुश हो गया , वो हँसते हँसते दरवाज़ा खोल बोला “हो गई नींद?”
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Niketan Toshan
(Part 5)
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मैं पकड़ के बेठा, उसने हाथ मेरा हटके उसने पकड़ा, उसका हाथ बोहोत गरम था इतना कड़क की बस ऐसा की की कभी न छोड वो।
1 बज गए, और हम दोनों रास्ते के ढाबे पर रुक गए चाय पीने, ढाबे पर मस्त lighting लगी थी।
मैं खाट पर बैठा था, वो आया चाय कप लिये।
Wha गाने बज रहे थें “जग घुमिया”
सॉन्ग के साथ वो चाय की गरम प्याली और सामने वो।
बस तपती गर्मी मैं ठंडी हवा सा लग रहा था वो।
वो मुझे देख बोला “क्या देख रहा?”
Mai has diya...
He- bas Subha 4 baje Pohoch jayenge..
Me- hmmmm...
He- aur bhuk lagi hai?
Me- nhi...
He- yha se ek hai 3 baje tak wha pohoch जाएंगे। ब्रियानी मस्त मिलती।
Me- मैं नही kha सकता, गणपति है घर।
He- तोह? घर मे है, मेरे गाड़ी मैं नही। तू नौटंकी मत कर, जितना बोला उतना करना।
मैं मुंडी हिलाक़े हा बोल दिया औऱ वो उठा, और मेरा हाथ पकड़ मुझे भी खड़ा किया।
और पीछे की सीट खोल बोला “सो जाओ”
मैं बोला नही नही बोल दरवाजा लगा दिया।और सामने आके बैठा गया।
वो ड्राइवर सीट पर बैठ बोला “ सो जा, मैं दोपहर को सोया था, तू नही”
Me-यही टाइम है तुम्हारे साथ रहने का, पता नही तुम फिर टाइम दे पाओ।
He-kyu bharosa nhi}?
Me- Bharosa nhi hota to yha hota?
Usne haske mera hath pakad gear डाल गाड़ी चलाने लगा।
हमने कुछ ज्यादा ही हाथ टाइट पकड़ लिया था।
और बारिश तेज तेज होने लगी। हवा को चीरते हमारी गाड़ी ने स्पीड पकड़ली।
वो और मैं सांग सुन रहे थे।
3 बज गए, ढाबा पोहोच बिर्यानी खा लिया।
मैं और वो खाके फिर गाड़ी मैं बैठा गए।
और मैं कब सो गया पता नही।
Phir कुछ देर बाद, मेरी आँख खुली, आखों पर रोशनी तेज हो गई थी, थोडी भारी आँखों से खुद को देखा तो कार मैं ही था मैं, कंबल ओढे, सिट पूरी पीछे थी bed जैसे, मैं उठा के बैठ गया, गाड़ी खाली थी, AC ऑन था।
बेसमेन्ट पार्किंग मैं था मैं, मोबइल निकाल देखा तो 8 बज गए थे।
बोहोत कार थी पार्किंग मैं, मैं समझ नही आया कि क्या karu।
मुझे पगले जैसा लग रहा था और मैं सोच रहा था कि करू क्या।
तभी मैं सीट को सीधा कर बैठा रहा और जोर से पीछेसे कोई काच पर हाथ मरता, मैं डर के ड्राइवर सीट पर कुद जाता।
बाहर ये खड़ा था।
मैं उसको इतना खुश हो गया , वो हँसते हँसते दरवाज़ा खोल बोला “हो गई नींद?”
मैं थोड़ा पसीना पसीना हो गया।
वो मुझे बोला इशारो मैं चलने को बोला, मैं अपनी बैग लिए बेसमेन्ट से ऊपर एक बँगले मैं आया।
में-तुम्हार घर है?
He- nhi...MLA House hai...apne party ka...dost hai....vo stay karne deta...aaj meeting yhi hogi...aaj rat rukate aur kal subha apne ghar...
Mai ha bol diya...usne muze ek bedroom bhej diya fresh hone ko...vo dusare darwaje se andar gya...
Mai room Mai gya...acha tha room...bed light sab simple but acha...
Mai bag side rakha Naha fresh ho gya...aur bed par let gya...
Room Mai ek Bai chay deke gai...
Mai चाय पी वहा बैठा था।
सोचा चलो धर्मा के रूम चलते।
मैं उसके रूम के बाहर गया, दरवाजा खट खटाय, वो कुछ बोला नही।
मैं ढकेल कर अंदर गया।
वो नाहा रहा था, उसके कपड़े बाहर थे, शर्ट पेंट जॉकी बनियान।
साइड मैं रखा व्हाइट शर्ट को उठाया, उसका परफ़्यूम इतना मस्त था।
बस उठाके स्मेल कर रहा था तभी यह पीछे से आके बोलता “क्या कर रहा?”
मैं वो सुनते शर्ट नीचे रखा पलटा और हसके बोला “अरे मैं तो बस ब्रांड देख रहा था”
वो इतना गोरा गोरा था, सिर्फ टॉवल लपेटे, मैं उसको ऊपर से नीचे देखा, चेस्ट पर काले बाल थे।
फुल bear body थी उसकी ।
मैं आँखे फाड़ था।
वो टॉवल तो ठीक करते हस्ते हुए मेरे पास आया, दिल की धड़कने तेज हो गई, मैं बस आँख बंद कर लिया, kiss करने वाला था वो पर वो शर्ट उठाकर पहने लगा।
मुझे हँसते हुए देख बोलता “तुम एक्सपेक्ट क्या कर रहे थे?”
मैं चुप चाप रूम से निकल अपने रूम आया, थोड़ी हसी भी आ रही थी और वो बेयर लुक भी दिमाग मे घूम रहा था।
===========================
2 new personality milti tab bohot si bate new hoti..
To be Continued...
वो मुझे बोला इशारो मैं चलने को बोला, मैं अपनी बैग लिए बेसमेन्ट से ऊपर एक बँगले मैं आया।
में-तुम्हार घर है?
He- nhi...MLA House hai...apne party ka...dost hai....vo stay karne deta...aaj meeting yhi hogi...aaj rat rukate aur kal subha apne ghar...
Mai ha bol diya...usne muze ek bedroom bhej diya fresh hone ko...vo dusare darwaje se andar gya...
Mai room Mai gya...acha tha room...bed light sab simple but acha...
Mai bag side rakha Naha fresh ho gya...aur bed par let gya...
Room Mai ek Bai chay deke gai...
Mai चाय पी वहा बैठा था।
सोचा चलो धर्मा के रूम चलते।
मैं उसके रूम के बाहर गया, दरवाजा खट खटाय, वो कुछ बोला नही।
मैं ढकेल कर अंदर गया।
वो नाहा रहा था, उसके कपड़े बाहर थे, शर्ट पेंट जॉकी बनियान।
साइड मैं रखा व्हाइट शर्ट को उठाया, उसका परफ़्यूम इतना मस्त था।
बस उठाके स्मेल कर रहा था तभी यह पीछे से आके बोलता “क्या कर रहा?”
मैं वो सुनते शर्ट नीचे रखा पलटा और हसके बोला “अरे मैं तो बस ब्रांड देख रहा था”
वो इतना गोरा गोरा था, सिर्फ टॉवल लपेटे, मैं उसको ऊपर से नीचे देखा, चेस्ट पर काले बाल थे।
फुल bear body थी उसकी ।
मैं आँखे फाड़ था।
वो टॉवल तो ठीक करते हस्ते हुए मेरे पास आया, दिल की धड़कने तेज हो गई, मैं बस आँख बंद कर लिया, kiss करने वाला था वो पर वो शर्ट उठाकर पहने लगा।
मुझे हँसते हुए देख बोलता “तुम एक्सपेक्ट क्या कर रहे थे?”
मैं चुप चाप रूम से निकल अपने रूम आया, थोड़ी हसी भी आ रही थी और वो बेयर लुक भी दिमाग मे घूम रहा था।
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2 new personality milti tab bohot si bate new hoti..
To be Continued...
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Niketan Toshan
(Part 6)
==================================
Mai apne room aya... hasi bhi आ रही थीं, वो बोहोत गोरा था।
मैं अपने रूम के बेड पड़ा था, वो दरवाजा खोल अंदर आया, full नेता लुक मैं।
He- मैं मीटिंग के लिए जा रहा, शाम को वापस आता, घूमना हो तोह बाहर निकल जाना, आज MLA का नाम पता चलेगा, देखते किसका नाम आता।
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Niketan Toshan
(Part 6)
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Mai apne room aya... hasi bhi आ रही थीं, वो बोहोत गोरा था।
मैं अपने रूम के बेड पड़ा था, वो दरवाजा खोल अंदर आया, full नेता लुक मैं।
He- मैं मीटिंग के लिए जा रहा, शाम को वापस आता, घूमना हो तोह बाहर निकल जाना, आज MLA का नाम पता चलेगा, देखते किसका नाम आता।
मैं उसको देख हसके गर्दन हिला दिया।
Me- जल्दी आना।
वो पास आया और गले लगा लिया।मैं भी उसको कसके पकड़ उसकी दाढ़ी मेरे गले को लगी, थोडी गुदगुदी सी हुई , काफी कड़क था वो, परफ़्यूम भी इतना भारी और वो चला गया।
11 बजे खाना आया , मैं खाके सो गया।
नाईट ट्रावेललिंग की थकान थी, शाम 5 बजे तक मस्त सोया, फिर मोबाइल की रिंग बजती, माँ का कॉल था,
वो पूछ रही थी कब आ रहा, क्या कर रहा।
तभी मैं बात करते करते मैं अपने रूम के गैलरी मैं बात कर रहा था।
आसमान मैं बोहोत तेज काले बादल आ गए, बिजली चमकने लगी, इतनी ठंडी हवा थी, धीरे धीरे बुन्दे गिरना शुरू हो गई, मैं भी वही खड़ा रहे भीगने लगा।
शाम के 5 बज गए थे, मैं वही खड़ा था,और पिछेसे धर्मा आया और चिलाक़े बोला “टिकिट मिल गई”
मैं भी खुशी से उसको गले लगा लिया।
अब बारिश मैं वो भी गिला हो रहा था मैं भी।
मैं उसको देख रहा वो मुझे, उसकी खुशी देखने लायक थी। मेरा एक उसके क़मर पर था औऱ एक गले मे उसके।
वो दोनों हाथों से मेरे कंधे पर रखा हस रहा था।
हम फिर गले लगे, पर इसबार वो भी पीछे नही हुआ और मैं भी।
पर वो कान मैं बोलता “सर्दी होगी मुझे चल अंदर”
हम दोनों अंदर गए और गैलेरी का दरवाजा लगा दिया, हम दोनों पूरे गीले।
मैं उसको देखा उसका कुर्ता पूरा चिपक गया था, उसके hairy चेस्ट देख रहा था।
वो पास आया और धीरे से मेरे गालो पर हाथ रखा kiss कर लिया।
मैं थोड़ा हड़बड़ा गया।
उसको लगा मुझे अच्छा नही लगा, और वो पीछे हो गया, पर मैं उसके पास गया और kiss करने लगे, मैं उसका कुर्ता निकाल दिया, उसने मेरी tshirt और बस हम दोनों एक दूसरे मैं ऐसे झपट पड़े की 6 के रात के 9 कैसे बज गए ध्यान नही।
वो भी पसीना पसीन हो गया था और मैं भी।
दोनो भी कम्बल मैं बिना कपड़ों के लेटे पड़े थे।
मैं और वो एक दूसरे को देख लेटे थे।
He- ab kam badha gye hai... tum aur elections
Me- mera tension matlo..mai thik hu... tum election par dhyan do...
He- phir ab kya plane hai?
Muze bhul lagi thi... Mai usko bola
Me- khana?
Vo Ganda sa muh kar bolta...
He- nhi aaj nikalte ya kal subha?
Me- ohhhh
Mai ek min ke liye chup Hoke socha ki rat Mai Jana thik nhi...
Me- subha jate... jate jate ganpati Fareham kar jate...
He- hmmmmm chalo khana khake aate...
Ham utha gye... aur bahar ek walking distance Mai hotel tha wha gye...
Vo samne betha tha, Mai usko dekh rha tha...
Vo bola “Vijay ko kya batau ha?”
Me- kuch nhi... usko pata mat lagne dena...
He- kyu?
Me- muze wapas mang liya to tume?
Vo hasne laga...
He- tumhare family Mai hai kon...
Me- mom dad Bhai bus...
He- acha hai... phir rat ka kya plane hai...
Me- sone ka...
He- alag alag?
Me- kyu tume dar lag rha?
He- dekhte kon dartA...
Ham dono itna excited ho gye , जल्दी जल्दी खाना खाके रूम गए, जल्दी से रूम का दरवाजा लगाके kiss करणे लगे,वो मेरे गले को कटाने लगा, मुझे दुख रहा था पर मैं उसको मना नही किया, फिर भी मैं उसके बालो को पकड़ पीछे करता वो उतना जोर से दांत लगता।
मेरे लिप्स को वो चबा दिया, और रात के 3 बजे कही जाके हम सोये।
पर मेरे बॉडी का हर पार्ट दुखने लगा था, एक भारी सा शारीर हो गया।
सुबह 7 बजे हम उठा गए, वो अपने रूम गया मैं अपने रूम के बाथरूम गया, मिरर मैं खुद को देखा तो गले पर रेड रेड स्पॉट पड़ गए थे, नाखून थे, लिप्स सूजे थे, और फेस एक दम फ्रेश।
शावर शुरू कर जब नहाने लगा साबुन पिठ पर जलन कर रही थी मैं मिरर में देखा तो पूरे नाखून लगे थे, ब्लैक रेड हाथ के छापे थे।
मेरा BP बढ़ गया, की ये क्या है? माँ देख ले तो क्या बोलेगी?
इतना वाइल्ड सेक्स? मैं बाहर निकला टॉवल के लपटे, उसके रूम गया और उसको सब दिखाया।
वो भी मुझे मेरे नाखून दिखाया,
वो बोलता “तुम रेप किये मेरा”
मेरा मुह खुला रहा।
वो अब रात का बदला दिन मैं।उसने मेरा टॉवल निकल दिया और बस 11 बज गए रूम से निकलने को।
समान पैक कर 12 बजे दोपर को वह से निकल पड़े
===========================
अब घर जाके पता चलेगा।
To be continued....
Me- जल्दी आना।
वो पास आया और गले लगा लिया।मैं भी उसको कसके पकड़ उसकी दाढ़ी मेरे गले को लगी, थोडी गुदगुदी सी हुई , काफी कड़क था वो, परफ़्यूम भी इतना भारी और वो चला गया।
11 बजे खाना आया , मैं खाके सो गया।
नाईट ट्रावेललिंग की थकान थी, शाम 5 बजे तक मस्त सोया, फिर मोबाइल की रिंग बजती, माँ का कॉल था,
वो पूछ रही थी कब आ रहा, क्या कर रहा।
तभी मैं बात करते करते मैं अपने रूम के गैलरी मैं बात कर रहा था।
आसमान मैं बोहोत तेज काले बादल आ गए, बिजली चमकने लगी, इतनी ठंडी हवा थी, धीरे धीरे बुन्दे गिरना शुरू हो गई, मैं भी वही खड़ा रहे भीगने लगा।
शाम के 5 बज गए थे, मैं वही खड़ा था,और पिछेसे धर्मा आया और चिलाक़े बोला “टिकिट मिल गई”
मैं भी खुशी से उसको गले लगा लिया।
अब बारिश मैं वो भी गिला हो रहा था मैं भी।
मैं उसको देख रहा वो मुझे, उसकी खुशी देखने लायक थी। मेरा एक उसके क़मर पर था औऱ एक गले मे उसके।
वो दोनों हाथों से मेरे कंधे पर रखा हस रहा था।
हम फिर गले लगे, पर इसबार वो भी पीछे नही हुआ और मैं भी।
पर वो कान मैं बोलता “सर्दी होगी मुझे चल अंदर”
हम दोनों अंदर गए और गैलेरी का दरवाजा लगा दिया, हम दोनों पूरे गीले।
मैं उसको देखा उसका कुर्ता पूरा चिपक गया था, उसके hairy चेस्ट देख रहा था।
वो पास आया और धीरे से मेरे गालो पर हाथ रखा kiss कर लिया।
मैं थोड़ा हड़बड़ा गया।
उसको लगा मुझे अच्छा नही लगा, और वो पीछे हो गया, पर मैं उसके पास गया और kiss करने लगे, मैं उसका कुर्ता निकाल दिया, उसने मेरी tshirt और बस हम दोनों एक दूसरे मैं ऐसे झपट पड़े की 6 के रात के 9 कैसे बज गए ध्यान नही।
वो भी पसीना पसीन हो गया था और मैं भी।
दोनो भी कम्बल मैं बिना कपड़ों के लेटे पड़े थे।
मैं और वो एक दूसरे को देख लेटे थे।
He- ab kam badha gye hai... tum aur elections
Me- mera tension matlo..mai thik hu... tum election par dhyan do...
He- phir ab kya plane hai?
Muze bhul lagi thi... Mai usko bola
Me- khana?
Vo Ganda sa muh kar bolta...
He- nhi aaj nikalte ya kal subha?
Me- ohhhh
Mai ek min ke liye chup Hoke socha ki rat Mai Jana thik nhi...
Me- subha jate... jate jate ganpati Fareham kar jate...
He- hmmmmm chalo khana khake aate...
Ham utha gye... aur bahar ek walking distance Mai hotel tha wha gye...
Vo samne betha tha, Mai usko dekh rha tha...
Vo bola “Vijay ko kya batau ha?”
Me- kuch nhi... usko pata mat lagne dena...
He- kyu?
Me- muze wapas mang liya to tume?
Vo hasne laga...
He- tumhare family Mai hai kon...
Me- mom dad Bhai bus...
He- acha hai... phir rat ka kya plane hai...
Me- sone ka...
He- alag alag?
Me- kyu tume dar lag rha?
He- dekhte kon dartA...
Ham dono itna excited ho gye , जल्दी जल्दी खाना खाके रूम गए, जल्दी से रूम का दरवाजा लगाके kiss करणे लगे,वो मेरे गले को कटाने लगा, मुझे दुख रहा था पर मैं उसको मना नही किया, फिर भी मैं उसके बालो को पकड़ पीछे करता वो उतना जोर से दांत लगता।
मेरे लिप्स को वो चबा दिया, और रात के 3 बजे कही जाके हम सोये।
पर मेरे बॉडी का हर पार्ट दुखने लगा था, एक भारी सा शारीर हो गया।
सुबह 7 बजे हम उठा गए, वो अपने रूम गया मैं अपने रूम के बाथरूम गया, मिरर मैं खुद को देखा तो गले पर रेड रेड स्पॉट पड़ गए थे, नाखून थे, लिप्स सूजे थे, और फेस एक दम फ्रेश।
शावर शुरू कर जब नहाने लगा साबुन पिठ पर जलन कर रही थी मैं मिरर में देखा तो पूरे नाखून लगे थे, ब्लैक रेड हाथ के छापे थे।
मेरा BP बढ़ गया, की ये क्या है? माँ देख ले तो क्या बोलेगी?
इतना वाइल्ड सेक्स? मैं बाहर निकला टॉवल के लपटे, उसके रूम गया और उसको सब दिखाया।
वो भी मुझे मेरे नाखून दिखाया,
वो बोलता “तुम रेप किये मेरा”
मेरा मुह खुला रहा।
वो अब रात का बदला दिन मैं।उसने मेरा टॉवल निकल दिया और बस 11 बज गए रूम से निकलने को।
समान पैक कर 12 बजे दोपर को वह से निकल पड़े
===========================
अब घर जाके पता चलेगा।
To be continued....
My Love BITE
By
Niketan Toshan
(Part 7)
===========================
Sham के 7 बजे पोहोंचे हम, वो मुझे घर छोड़ने आया, पर मैं देखा मेरे घर के सामने मीडिया वाले थे, मैं उनको देख सोच मैं गिर गया ।
Tabhi धर्मा मुझे बोलता “ मीडिया को कहा से पता चलता कि मैं क्या कर रहा कहा घूम रहा”
मैं उसको देखा और बोला रुको “मैं यही उतरता”
वो बोलता “नही चलो, इलेक्शन टाइम है, न्यूज़ मैं आने को मिलेगा, अभी से प्रमोशनल इवेंट चालू हो जाएंगे”
मैं खुश हो गया और बड़ी शान से उसके गाड़ी से उतरा, और मेरे साथ धर्मा भी उतर के आया।
अब वो उसके पहचान के थे दो तीन रिपोर्टर,वो धर्मा को नमस्ते किये, वो सब पास आये और एक जन कैमरा हाथ मे लिए मुझे बोलता “भाई मोबइल साइलेंट कर देना, कोई गली मत देना और माइक को हाथ मत लगाना”
तभी सब रेडी होते, धर्मा साइड में खड़ा होता कैमरा के पिछे।
लाइट न होती वो सवाल पुछते “कैसा लग रहा आपका भी इलेक्शन मैं खड़ा है?”
मैं धर्मा को देख बोलता “भाई ने बोहोत मेहनत की है, जीतेगा वोही”
रिपोर्टर- एक साइड आपका सागा और एक साइड आपका दोस्त धर्मा खड़ा है इलेक्शन मैं। आप किसको सपोर्ट करोगे।
By
Niketan Toshan
(Part 7)
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Sham के 7 बजे पोहोंचे हम, वो मुझे घर छोड़ने आया, पर मैं देखा मेरे घर के सामने मीडिया वाले थे, मैं उनको देख सोच मैं गिर गया ।
Tabhi धर्मा मुझे बोलता “ मीडिया को कहा से पता चलता कि मैं क्या कर रहा कहा घूम रहा”
मैं उसको देखा और बोला रुको “मैं यही उतरता”
वो बोलता “नही चलो, इलेक्शन टाइम है, न्यूज़ मैं आने को मिलेगा, अभी से प्रमोशनल इवेंट चालू हो जाएंगे”
मैं खुश हो गया और बड़ी शान से उसके गाड़ी से उतरा, और मेरे साथ धर्मा भी उतर के आया।
अब वो उसके पहचान के थे दो तीन रिपोर्टर,वो धर्मा को नमस्ते किये, वो सब पास आये और एक जन कैमरा हाथ मे लिए मुझे बोलता “भाई मोबइल साइलेंट कर देना, कोई गली मत देना और माइक को हाथ मत लगाना”
तभी सब रेडी होते, धर्मा साइड में खड़ा होता कैमरा के पिछे।
लाइट न होती वो सवाल पुछते “कैसा लग रहा आपका भी इलेक्शन मैं खड़ा है?”
मैं धर्मा को देख बोलता “भाई ने बोहोत मेहनत की है, जीतेगा वोही”
रिपोर्टर- एक साइड आपका सागा और एक साइड आपका दोस्त धर्मा खड़ा है इलेक्शन मैं। आप किसको सपोर्ट करोगे।
मैं बोला “क्या?”
धर्मा रिपोर्टर को बोलता “क्या पूछा?”
रिपोर्टर- हा अजय का भी आदित्यनाथ इलेक्शन मैं खड़ा है आपके अपोजिट।
मेरे तोते उड़ा गए, और धर्मा मुझे घूर के देख रहा था।
वो चला गया, मैं रोकने जा रहा था तभी reporter बोलता “भाई चल बोल जल्दी खाना खाने जाना है, शिफ्ट खत्म हो रही”
मैं बोल देता, अपने भाई की तारीफ करता, पर मेरे दिमाग मे धर्मा का ऐसे जाना खटाक रहा था।
धर्मा रिपोर्टर को बोलता “क्या पूछा?”
रिपोर्टर- हा अजय का भी आदित्यनाथ इलेक्शन मैं खड़ा है आपके अपोजिट।
मेरे तोते उड़ा गए, और धर्मा मुझे घूर के देख रहा था।
वो चला गया, मैं रोकने जा रहा था तभी reporter बोलता “भाई चल बोल जल्दी खाना खाने जाना है, शिफ्ट खत्म हो रही”
मैं बोल देता, अपने भाई की तारीफ करता, पर मेरे दिमाग मे धर्मा का ऐसे जाना खटाक रहा था।
मैं घर गया, माहोल एक दम खुश गवार था, मैं भी खुश था, भाई को गले लगाया, और तभी 9 बजे की रिपोर्ट मैं भाई की न्यूज़ आने लगी।
वो सबसे कम उम्र का MLA जो बने वाला था।
याने इसबार 2 यंग पर्सन के बीच मुकाबला था।
तभी उन्होंने एक लाइन बोली “गौर तलब है कि आदित्यनाथ जी का भी धर्मा जी का बोहोत अच्छा दोस्त है, देखिए वो क्या बोले”
वो पार्ट देखते मेरा भाई मेरे पास आके बोलता ”तू कब पॉलिक्टिस मैं पड़ा?कैसे जनता?”
मेरे माँ डैड सब मुझे ऐसे देखने लगे कि जैसा क्या हो गया।मैं बोहोत सोच मैं गिरने के बाद बोला “मेरे यहाँ बैनर बनाने के लिए आया था, तब से जनता”
भाई- अच्छा है, तू एक काम करना, उसके ऑफिस रोज जा, देख उसका प्लान क्या है, वो कैसे क्या करने वाला है।रोज क्या करता पता करना।
मैं हा बोल दिया और बोला “मैं सोता हु थक गया”
मैं अपने रूम आ गया, मुझे उसको धोखा नही देना था, वो अच्छा था।
मैं कॉल किया दो तीन बार पर वो उठाया नही।
मैं उसको massage डाले की मुझे नही पता था ऐसा कुछ है, मैं कभी ध्यान नही दिया।
वो सबसे कम उम्र का MLA जो बने वाला था।
याने इसबार 2 यंग पर्सन के बीच मुकाबला था।
तभी उन्होंने एक लाइन बोली “गौर तलब है कि आदित्यनाथ जी का भी धर्मा जी का बोहोत अच्छा दोस्त है, देखिए वो क्या बोले”
वो पार्ट देखते मेरा भाई मेरे पास आके बोलता ”तू कब पॉलिक्टिस मैं पड़ा?कैसे जनता?”
मेरे माँ डैड सब मुझे ऐसे देखने लगे कि जैसा क्या हो गया।मैं बोहोत सोच मैं गिरने के बाद बोला “मेरे यहाँ बैनर बनाने के लिए आया था, तब से जनता”
भाई- अच्छा है, तू एक काम करना, उसके ऑफिस रोज जा, देख उसका प्लान क्या है, वो कैसे क्या करने वाला है।रोज क्या करता पता करना।
मैं हा बोल दिया और बोला “मैं सोता हु थक गया”
मैं अपने रूम आ गया, मुझे उसको धोखा नही देना था, वो अच्छा था।
मैं कॉल किया दो तीन बार पर वो उठाया नही।
मैं उसको massage डाले की मुझे नही पता था ऐसा कुछ है, मैं कभी ध्यान नही दिया।
फिर मेरे ध्यान आया कि जीतेगा भाई लाइन पर घुस्सा तोह नही आया होगा?
मैं फिर massage डाला उससे “अरे जीतेगा भाई मैं बोला तब मुझे लगा तुम्हारे बारे मे पुछ रहे है। प्ल्ज़ बोल यार, एक बार कॉल उठा”
10 के 11 बज गए, 11 से रात के 1 बज गए।
वो न कॉल किया न msg।
मैं बेड पर सो गया।
रात के 3.30 बजे मुझे कॉल आता। रिंग की आवाज सुनते मैं उठा गया, कॉल धर्मा था।
मैं इतना खुश हो गया, उठा के रूम की लाइट ऑन कर दिया।
उठाके उसको बोलता “थैंक्स यार तुम रिप्लाई दिए”
वो एक दम भारी सी आवाज मैं बोलता “बाहर आ गेट के पास”
वो कट कर देता, मैं सोचने लगा कि ये क्या बोला?
इतनी रात को मेरे गेट के बाहर।
मैं जल्दी से उठाके के main दरवाजा खोल बाहर गया। और सामने यह खड़ा था।
मैं इधर उधर देख उसके पास गया, बोहोत पिया था वो।
मैं वो महक सूंघते उसको बोला “क्या हुआ?तुम ठीक ही?”
मैं फिर massage डाला उससे “अरे जीतेगा भाई मैं बोला तब मुझे लगा तुम्हारे बारे मे पुछ रहे है। प्ल्ज़ बोल यार, एक बार कॉल उठा”
10 के 11 बज गए, 11 से रात के 1 बज गए।
वो न कॉल किया न msg।
मैं बेड पर सो गया।
रात के 3.30 बजे मुझे कॉल आता। रिंग की आवाज सुनते मैं उठा गया, कॉल धर्मा था।
मैं इतना खुश हो गया, उठा के रूम की लाइट ऑन कर दिया।
उठाके उसको बोलता “थैंक्स यार तुम रिप्लाई दिए”
वो एक दम भारी सी आवाज मैं बोलता “बाहर आ गेट के पास”
वो कट कर देता, मैं सोचने लगा कि ये क्या बोला?
इतनी रात को मेरे गेट के बाहर।
मैं जल्दी से उठाके के main दरवाजा खोल बाहर गया। और सामने यह खड़ा था।
मैं इधर उधर देख उसके पास गया, बोहोत पिया था वो।
मैं वो महक सूंघते उसको बोला “क्या हुआ?तुम ठीक ही?”
वो अपने हाथ बांध गाड़ी को चिपक खड़ा था, जीन्स टीशर्ट मैं।
आँखे लाल लाल, घुस्सा नाक पर दिख रहा था।
मैं उसको देख फिर बोला “क्या हुआ?”
वो उठाके हाथ मेरे गाल पर चिपका दिया।
कसके थपड पड़ा मुझे, मेरे हाथ पैर ढीले गिर गए, और लड़खड़ा गया मैं।
इतनी आग होने लगी गाल पर की मैं गाल को पकड़ लिया।
वो बोलता “तुझे सब पता था, भी को जिताने के लिए नाटक किया, अब ब्लैकमेल करेगा?”
यह गले और पिठ के नाखून के निशान दिखा सबको बोलेगा की रेप किया?मादरचोद तू मेरा काररीर ख़राब करेगा? तेरे भाई को और कुछ नही मिला जो तुझे धंदे पर भेजा मेरे पास”
आँखे लाल लाल, घुस्सा नाक पर दिख रहा था।
मैं उसको देख फिर बोला “क्या हुआ?”
वो उठाके हाथ मेरे गाल पर चिपका दिया।
कसके थपड पड़ा मुझे, मेरे हाथ पैर ढीले गिर गए, और लड़खड़ा गया मैं।
इतनी आग होने लगी गाल पर की मैं गाल को पकड़ लिया।
वो बोलता “तुझे सब पता था, भी को जिताने के लिए नाटक किया, अब ब्लैकमेल करेगा?”
यह गले और पिठ के नाखून के निशान दिखा सबको बोलेगा की रेप किया?मादरचोद तू मेरा काररीर ख़राब करेगा? तेरे भाई को और कुछ नही मिला जो तुझे धंदे पर भेजा मेरे पास”
मेरे यह सब सुन हाथ पैर कापने लगे, मैं घर के तरफ देखा कोई सुन तो नही रहा? कोई पड़ोसी तोह नही?
मुझे जमकर पसीना आया, बस तब मेरे दिमाग मेरे भाई का खयाल आया कही वो सुन न ले।
मैं उसके सामने हाथ जोड़ बोला “यकीन करो मुझे नही पता था कुछ, plz कोई तमाशा मत करो, ये बात नही पता है। मुझे जलील मत करो।plz जाओ”
वो धक्का दे अपने गाड़ी मैं बैठा जाता।
मैं इधर उधर देख अपने रूम आता, यकीन मैं दिलाऊ कैसे उससे, और गाल पर पड़ा थप्पड़ भी दिमाग से निकल नही रहा।
बस क्या मेरे आखों से पानी निकालने लगा, लाइट बंद कर कंबल ओढ़ लिया।
और आँखों मे पानी बहते बहते कब सो गया पता नही।
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कभी कभी एक दम से मिलने वाला धोका सहन नही होता किसी किसी से।।।
To be continued....
मुझे जमकर पसीना आया, बस तब मेरे दिमाग मेरे भाई का खयाल आया कही वो सुन न ले।
मैं उसके सामने हाथ जोड़ बोला “यकीन करो मुझे नही पता था कुछ, plz कोई तमाशा मत करो, ये बात नही पता है। मुझे जलील मत करो।plz जाओ”
वो धक्का दे अपने गाड़ी मैं बैठा जाता।
मैं इधर उधर देख अपने रूम आता, यकीन मैं दिलाऊ कैसे उससे, और गाल पर पड़ा थप्पड़ भी दिमाग से निकल नही रहा।
बस क्या मेरे आखों से पानी निकालने लगा, लाइट बंद कर कंबल ओढ़ लिया।
और आँखों मे पानी बहते बहते कब सो गया पता नही।
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कभी कभी एक दम से मिलने वाला धोका सहन नही होता किसी किसी से।।।
To be continued....
My Love BITE
By
Niketan Toshan
(Part 8 Last Part)
(My Birthday Special)
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Subha 9 baje utha औऱ तैयार हों ऑफिस जाने निकला ,मेरा भाई पिछेसे बोलता “देख आज वो क्या बैनर मैं बनाने वाले है फ़ोटो निकाल लेना, उसका मुद्दा क्या है इलेक्शन मैं सब सब।”
By
Niketan Toshan
(Part 8 Last Part)
(My Birthday Special)
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Subha 9 baje utha औऱ तैयार हों ऑफिस जाने निकला ,मेरा भाई पिछेसे बोलता “देख आज वो क्या बैनर मैं बनाने वाले है फ़ोटो निकाल लेना, उसका मुद्दा क्या है इलेक्शन मैं सब सब।”
मैं मन ही मन बोला “खुद मैं इतना दम है लड़ खुद ही”
But मुह पर बोलने की हिमत थी कहा,मैं है बोल निकल गया।
आफिस पोहोचते बॉस मुझे केबिन मैं बुलाता और बोलता “ देख धर्मा सिर बोले कि तुझे ऑफिस मैं नही रखु क्यों कि तेरा भी अपोजिट खड़ा है, कुछ मुद्दा कॉपी न हो करके, तो तू सिटी के गोदाम मैं जगह संभाल, जहा blank पेज एंड बैनर की लिस्ट है”
मैं खुश हो गया कि चलो मेरे भाई को कोई इन्फॉर्मेशन के लिए परेशान नही करेगा, पर एक बहाना था मेरे पास उससे मिलने देखने का, मैं वही खड़ा सब सोच रहा था, मेरा बॉस बोलता “क्या हुआ?”
मैं चुपचाप वह से निकल वो सिटी के बाहर एक फ़्लैट मैं आफिस का गोदाम मैं गया।
वह कोई नही था,बस मैं ही, मैं सोच रहा था कि अब करू क्या?
फिर ध्यान आया विजय का।
मैं उसको कॉल कर दिया “यार हेल्प”
He- Bhai tu to bada aadmi nikla..
Me-nhi yar ruk sun.. Abe dharma ko call kar bol ki tune jab muze milaya tab muze nhi pata tha.. bohot tamasha hua..
He- OK thik hai... but matter kya hai?
Me- usko lag rha ki Mai Jan buj ke plane kar usko fasa diya,
He-thik Mai usko call kar deta..
But मुह पर बोलने की हिमत थी कहा,मैं है बोल निकल गया।
आफिस पोहोचते बॉस मुझे केबिन मैं बुलाता और बोलता “ देख धर्मा सिर बोले कि तुझे ऑफिस मैं नही रखु क्यों कि तेरा भी अपोजिट खड़ा है, कुछ मुद्दा कॉपी न हो करके, तो तू सिटी के गोदाम मैं जगह संभाल, जहा blank पेज एंड बैनर की लिस्ट है”
मैं खुश हो गया कि चलो मेरे भाई को कोई इन्फॉर्मेशन के लिए परेशान नही करेगा, पर एक बहाना था मेरे पास उससे मिलने देखने का, मैं वही खड़ा सब सोच रहा था, मेरा बॉस बोलता “क्या हुआ?”
मैं चुपचाप वह से निकल वो सिटी के बाहर एक फ़्लैट मैं आफिस का गोदाम मैं गया।
वह कोई नही था,बस मैं ही, मैं सोच रहा था कि अब करू क्या?
फिर ध्यान आया विजय का।
मैं उसको कॉल कर दिया “यार हेल्प”
He- Bhai tu to bada aadmi nikla..
Me-nhi yar ruk sun.. Abe dharma ko call kar bol ki tune jab muze milaya tab muze nhi pata tha.. bohot tamasha hua..
He- OK thik hai... but matter kya hai?
Me- usko lag rha ki Mai Jan buj ke plane kar usko fasa diya,
He-thik Mai usko call kar deta..
मैं इतना खुश हो गया कि चलो सब ठीक होगा अब, पर थोड़ी देर बाद उसका msg आता कि वो कॉल नही उठा रहा उसका।
मेरे भाई का कॉल आता उसको सब बता दिया कि मुझे ऑफिस मैं नही यह गोदाम मैं भेजा।
वो घुस्सा हो कर बोला “तू कोई काम का है, एक काम कर दो तीन गाने डाऊनलोड कर देश भक्ति के सब सेंड कर व्हाट्सएप्प पर”
मैं हा बोल उसका कॉल कट कर दिया।
20-25 डाऊनलोड मार ग़ुस्से ग़ुस्से मैं सेलेक्ट all कर भेज दिए, दिखाने के लिए की मैं भी कोई काम का हु।
मुझे तो खुद पर घुस्सा आने लगा कि ये क्यों हो रहा।
वही फ्लैट मैं रात के ११ बज गए, मुझे अच्छा लग रहा था वहाँ वहा दुनिया से दूर एकेले, क्यों कि घर मे सब भाई को इम्पोर्टेन्स दे रहे थे।
मैं वही टेबल पर सो गया, पर नींद भी नही आ रही थी भूक जो लगी थी।
तभी धर्मा का कॉल आता।
मैं एक sec के लिए खुश हुआ फिर हाथ पैर ठंड़े गिर गए।
मैं बड़ी हिमत से कॉल उठाय वो बोलता “कहा हो?”
मैं उसको एड्रेस बता दिया, कॉल कट कर वो 20 मीन मैं फ़्लैट आ गया।
मैं दरवाजा खोल उसको देखा कि आज भी पिया है क्या?
वो हाथ बढ़ता शेक हैंड करने मुझे लगा फिर मार रहा। मैं खुद को बचा लिया।
वों बोलत “नौटंकी मत कर,जो हो गया वो हो गया, फिर अब नेक्स्ट बता?”
मैं उसको गले लगा लिया, और दरवाजा बंद कर उसको अंदर ले आया।
उसको गले लगा कर, बोलता “i really don't want loss u, I Love You”
Vo kuch bola nhi bas muze kaske पकड़ लिया, मैं भी उसको जोर से पकड़ा।
उसकी आँखों मे देख उसको kiss कर लिया।
और फिर सब ठीक हो गया। मैं और वो 2 बजे तक वही थे मुझे भूक लगी हम एक ढ़ाबे मैं खाना खाने चले गए थे।
तभी रात 3 बजे मेरे भाई का कॉल आता “जल्दी घर आ, माँ की तबियत”
बस उतना बोल वो कॉल कट किया।
फिर कॉल आता और बोलता “ साई ग्राउंड पर आ हम वही हैं”
मैं परेशान हो गया और धर्मा को बोला “plz चलो माँ को हॉस्पिटल ले जा रहा, साई ग्राउंड पर है बोल रहे, कुछ मिला नही होंगा, तुम्हारी गाड़ी मैं ले जाते”
हमं गाड़ी मैं बैठा ग्राउंड पर गए।
वह कोई नही था, धर्मा बोला हॉस्पिटल गए होंगें वो।
ग्राउंड मैं लाइट जल रहे थे, तभी मेरा भाई और 3 दोस्त उसके हाथ मे डंडा लिए थे।
मैं उसको बोला “भाई क्या है ये सब?”
धर्मा भी मेरे साइड खड़ा हो गया ।
मेरे भाई ने जेब से मोबाइल निकाल रेकॉर्डिंग शुरू की जिसमे मैं और वो मिले थे और धर्मा अपनी सेक्स स्टोरी बातया..
भाई-आज तू ये काम की चीज़ भेज दिया, अब धर्मा साले तू इलेक्शन से पीछे हो नही तो पूरे मीडिया मैं रिकॉर्डिंग भेज दूंगा।
मैं भाई के पास गया , मेरे हाथ पैर ठंडे हो गए थे,
मैं रोने लगा “नही भाई ऐसा मत करना , मैं प्यार करता उससे”
मेरे भाई ने मुझे ही मार दिया “साल छक्का, तू नाम डूबा दिया मेरा”
उसका दोस्त बोलता “साले को पीट दे”
मेरा भाई मुझे मारने लगा, घुस्से लाथो से।
मैं चीला रहा, धर्मा बचने आया, भाई के दोस्त उसको हॉकी से मारने लगे।
मेरा भाई इतना घुस्से मैं था कि मेरे सर पर स्टिक मार दीया।
मेरा सर घुमने लगा और तभी पुलिस की गाड़ी का आवाज आता।
मैं चक्कर आके गिरते टाइम धर्मा को देखा, सर से उसके खून निकल रहा था, मेरे भी, वो सब भाग गए थे पुलीस की आवाज सुन।
मेरे शरीर मे ताकत नही थी और मैं आखो मैं पानी लिए गिर गया।
वह धर्मा भी जमीन पर गिरा था।
ग्राउंड मैं गाड़ी के हहेडलाइट के सामने हम दोनों पड़े थे।
मेरे भाई का कॉल आता उसको सब बता दिया कि मुझे ऑफिस मैं नही यह गोदाम मैं भेजा।
वो घुस्सा हो कर बोला “तू कोई काम का है, एक काम कर दो तीन गाने डाऊनलोड कर देश भक्ति के सब सेंड कर व्हाट्सएप्प पर”
मैं हा बोल उसका कॉल कट कर दिया।
20-25 डाऊनलोड मार ग़ुस्से ग़ुस्से मैं सेलेक्ट all कर भेज दिए, दिखाने के लिए की मैं भी कोई काम का हु।
मुझे तो खुद पर घुस्सा आने लगा कि ये क्यों हो रहा।
वही फ्लैट मैं रात के ११ बज गए, मुझे अच्छा लग रहा था वहाँ वहा दुनिया से दूर एकेले, क्यों कि घर मे सब भाई को इम्पोर्टेन्स दे रहे थे।
मैं वही टेबल पर सो गया, पर नींद भी नही आ रही थी भूक जो लगी थी।
तभी धर्मा का कॉल आता।
मैं एक sec के लिए खुश हुआ फिर हाथ पैर ठंड़े गिर गए।
मैं बड़ी हिमत से कॉल उठाय वो बोलता “कहा हो?”
मैं उसको एड्रेस बता दिया, कॉल कट कर वो 20 मीन मैं फ़्लैट आ गया।
मैं दरवाजा खोल उसको देखा कि आज भी पिया है क्या?
वो हाथ बढ़ता शेक हैंड करने मुझे लगा फिर मार रहा। मैं खुद को बचा लिया।
वों बोलत “नौटंकी मत कर,जो हो गया वो हो गया, फिर अब नेक्स्ट बता?”
मैं उसको गले लगा लिया, और दरवाजा बंद कर उसको अंदर ले आया।
उसको गले लगा कर, बोलता “i really don't want loss u, I Love You”
Vo kuch bola nhi bas muze kaske पकड़ लिया, मैं भी उसको जोर से पकड़ा।
उसकी आँखों मे देख उसको kiss कर लिया।
और फिर सब ठीक हो गया। मैं और वो 2 बजे तक वही थे मुझे भूक लगी हम एक ढ़ाबे मैं खाना खाने चले गए थे।
तभी रात 3 बजे मेरे भाई का कॉल आता “जल्दी घर आ, माँ की तबियत”
बस उतना बोल वो कॉल कट किया।
फिर कॉल आता और बोलता “ साई ग्राउंड पर आ हम वही हैं”
मैं परेशान हो गया और धर्मा को बोला “plz चलो माँ को हॉस्पिटल ले जा रहा, साई ग्राउंड पर है बोल रहे, कुछ मिला नही होंगा, तुम्हारी गाड़ी मैं ले जाते”
हमं गाड़ी मैं बैठा ग्राउंड पर गए।
वह कोई नही था, धर्मा बोला हॉस्पिटल गए होंगें वो।
ग्राउंड मैं लाइट जल रहे थे, तभी मेरा भाई और 3 दोस्त उसके हाथ मे डंडा लिए थे।
मैं उसको बोला “भाई क्या है ये सब?”
धर्मा भी मेरे साइड खड़ा हो गया ।
मेरे भाई ने जेब से मोबाइल निकाल रेकॉर्डिंग शुरू की जिसमे मैं और वो मिले थे और धर्मा अपनी सेक्स स्टोरी बातया..
भाई-आज तू ये काम की चीज़ भेज दिया, अब धर्मा साले तू इलेक्शन से पीछे हो नही तो पूरे मीडिया मैं रिकॉर्डिंग भेज दूंगा।
मैं भाई के पास गया , मेरे हाथ पैर ठंडे हो गए थे,
मैं रोने लगा “नही भाई ऐसा मत करना , मैं प्यार करता उससे”
मेरे भाई ने मुझे ही मार दिया “साल छक्का, तू नाम डूबा दिया मेरा”
उसका दोस्त बोलता “साले को पीट दे”
मेरा भाई मुझे मारने लगा, घुस्से लाथो से।
मैं चीला रहा, धर्मा बचने आया, भाई के दोस्त उसको हॉकी से मारने लगे।
मेरा भाई इतना घुस्से मैं था कि मेरे सर पर स्टिक मार दीया।
मेरा सर घुमने लगा और तभी पुलिस की गाड़ी का आवाज आता।
मैं चक्कर आके गिरते टाइम धर्मा को देखा, सर से उसके खून निकल रहा था, मेरे भी, वो सब भाग गए थे पुलीस की आवाज सुन।
मेरे शरीर मे ताकत नही थी और मैं आखो मैं पानी लिए गिर गया।
वह धर्मा भी जमीन पर गिरा था।
ग्राउंड मैं गाड़ी के हहेडलाइट के सामने हम दोनों पड़े थे।
आँखे खुली तो मैं हॉस्पिटल मैं था।
हाथ पैर सर को बैंडेज लगा था, सब शरीर भारी भारी से था।
सामने माँ थी खड़ी, और भाई...
पुलिस भी थी, मैं डर गया भाई को देख।
हाथ पैर सर को बैंडेज लगा था, सब शरीर भारी भारी से था।
सामने माँ थी खड़ी, और भाई...
पुलिस भी थी, मैं डर गया भाई को देख।
मैं पुलिस को पूछा “धर्मा कहा है?”
वो कुछ बोले नही, मेरी हिमंत टूट रही थीं, डॉक्टर बोलता “आराम करो”
मैं समझ गया कि कुछ तो हुआ “भाई बता दे”
डॉक्टर बोलता “साइड के रूम हैं2-3 दिन मैं ठीक होंगा, तुम यहा करो”
मैं रोते रोते बोला “मिलवा दो”
माँ बोलती “तू आराम कर”
मैं वह से हाथ से सुई निकल , बेड से उतार गया, और इतने दर्द मैं भी वह रूम से निकल साइड के रूम गया, दर्द भी उतना हो रहा था फिर भी रोते रोते मैं पोहोच देखा।
सामने बेड पर कोई सोया था, चादर मैं पूरा लपटें।
न सालाइन चल रही था न कुछ।
मैं चिलाक़े बोला “धर्मा”
वो नही था जिंदा, मैं उसके पास जाके चादर हटा दिया बोलता “क्यों यार मुझे छोड गए”
बोहोत रोने लगा, उसके छाती पर सर रखा।
एक मीन बाद आवाज आती “तुझे अब नही ले जाता अब तू और तेरा भाई मार डालते”
मैं उठा उसके मुह को देखता, वो हस रहा था, मैं आँखे पोछ बोला “सर पर चादर क्यों रखा था”
वो बोलता “तेरे भाई की मेहरबानी से, इतने हॉकी खाके अब सोना था, लाइट मुह पर आके परेशान कर रही थी”
मैं उसको खुशी से गले लगाकर बैठा गया।
वो कुछ बोले नही, मेरी हिमंत टूट रही थीं, डॉक्टर बोलता “आराम करो”
मैं समझ गया कि कुछ तो हुआ “भाई बता दे”
डॉक्टर बोलता “साइड के रूम हैं2-3 दिन मैं ठीक होंगा, तुम यहा करो”
मैं रोते रोते बोला “मिलवा दो”
माँ बोलती “तू आराम कर”
मैं वह से हाथ से सुई निकल , बेड से उतार गया, और इतने दर्द मैं भी वह रूम से निकल साइड के रूम गया, दर्द भी उतना हो रहा था फिर भी रोते रोते मैं पोहोच देखा।
सामने बेड पर कोई सोया था, चादर मैं पूरा लपटें।
न सालाइन चल रही था न कुछ।
मैं चिलाक़े बोला “धर्मा”
वो नही था जिंदा, मैं उसके पास जाके चादर हटा दिया बोलता “क्यों यार मुझे छोड गए”
बोहोत रोने लगा, उसके छाती पर सर रखा।
एक मीन बाद आवाज आती “तुझे अब नही ले जाता अब तू और तेरा भाई मार डालते”
मैं उठा उसके मुह को देखता, वो हस रहा था, मैं आँखे पोछ बोला “सर पर चादर क्यों रखा था”
वो बोलता “तेरे भाई की मेहरबानी से, इतने हॉकी खाके अब सोना था, लाइट मुह पर आके परेशान कर रही थी”
मैं उसको खुशी से गले लगाकर बैठा गया।
भाई ने माफी मांगकर पुलिस केस नही करने को बोला, धर्मा भी बड़ा दिल कर पोलिस केस को रफा दफा कर दिया।
मैंने अपना घर छोड़कर रूम रेंट से लेके रहेने लगा।
क्यों कि भाई की शकल नही देखनी थी।मार डालता वो मुझे, उसकी सजा भी उसको मिली नही जीता वो , धर्मा जीत गया।
धर्मा और मैं काफ़ी नज़दीक आ गए। यही तो थी लव स्टोरी, एक परफेक्ट लव स्टोरी, उसका लव bite ही मेरे लिए लकी चार्म बन गया।
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अपन बोलते कभी कभी नासिब मैं था, भगवान ने परिस्थि बनाई, पर ऐसा नही कुछ।
अपना खुद को का खड़ा करे ये तय करने वाला अपना दिमाग ही होता, बिना सोचे समझे काम से प्रॉब्लम अपन क्रेट करते। इसलिए कुछ करने से पहले काफी सोचो। नही तो अजय जैसा सब भेज दिया रेकॉर्डिंग उसमे वो भी भेज दिया।
मैंने अपना घर छोड़कर रूम रेंट से लेके रहेने लगा।
क्यों कि भाई की शकल नही देखनी थी।मार डालता वो मुझे, उसकी सजा भी उसको मिली नही जीता वो , धर्मा जीत गया।
धर्मा और मैं काफ़ी नज़दीक आ गए। यही तो थी लव स्टोरी, एक परफेक्ट लव स्टोरी, उसका लव bite ही मेरे लिए लकी चार्म बन गया।
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अपन बोलते कभी कभी नासिब मैं था, भगवान ने परिस्थि बनाई, पर ऐसा नही कुछ।
अपना खुद को का खड़ा करे ये तय करने वाला अपना दिमाग ही होता, बिना सोचे समझे काम से प्रॉब्लम अपन क्रेट करते। इसलिए कुछ करने से पहले काफी सोचो। नही तो अजय जैसा सब भेज दिया रेकॉर्डिंग उसमे वो भी भेज दिया।
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